हनुमान चालीसा कब और किसने लिखी है?

हनुमान चालीसा कब और किसने लिखी है?

हनुमान चालीसा की वास्तविक रचना के बारे में सटीक जानकारी उपलब्ध नहीं है, क्योंकि इसकी विशिष्ट तिथि और रचनाकार के बारे में कोई स्पष्ट प्रमाण नहीं है। हालांकि, विभिन्न पारंपरिक कथाएँ और मान्यताएँ हैं जो हनुमान चालीसा की रचना के बारे में बताती हैं।

एक कथा के अनुसार, महाकवि तुलसीदास जी ने हनुमान चालीसा की रचना की थी। तुलसीदास जी का जन्म सन् 1532 ईसा पूर्व ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की पूर्णिमा के दिन हुआ था। उन्होंने भगवान श्रीराम की कृपा और भक्ति में रामचरितमानस की रचना की, जो रामकथा के अनुसार थी। इसी समय उन्होंने हनुमान चालीसा भी लिखी थी, जिसमें भगवान हनुमान की महिमा और उनके गुणगान का वर्णन है।

दूसरी कथा के अनुसार, संत तुलसीदास के बाद के काल में भी कई महान भक्तों ने हनुमान चालीसा की रचना की और उसका प्रचलन किया।

तीसरी कथा के अनुसार, हनुमान चालीसा की रचना महाकवि सूरदास जी के द्वारा हुई थी।

चाहे जो कथा हो, हनुमान चालीसा भगवान हनुमान के प्रति विशेष भक्ति और महिमा को प्रकट करने के उद्देश्य से रची गई है। इसमें 40 श्लोक होते हैं, जिनमें हनुमान जी की गुणगान, महिमा, और उनके कार्यों का वर्णन किया गया है। यह श्लोकों का संग्रह है जिसका पाठ भक्तिभाव से किया जाता है और जिससे भगवान हनुमान की कृपा प्राप्त होने की प्रार्थना की जाती है।

सम्पूर्ण भारतीय साहित्य और धार्मिक परंपरा में हनुमान चालीसा को एक महत्वपूर्ण और प्रतिष्ठित ग्रंथ माना जाता है जिससे हनुमान भक्ति और साधना का प्रचलन होता है।

Leave a comment